SIDDHIDATRI quotes / सिद्धिदात्री माता कि कथा / मंत्र / आरती
सदा पुस्तक हाथ में, कमल , गदा लिए साथ में । जो दुर्गा रूप को पूर्ण बनाए, वो माता सिद्धि-दात्री कहला…
सदा पुस्तक हाथ में, कमल , गदा लिए साथ में । जो दुर्गा रूप को पूर्ण बनाए, वो माता सिद्धि-दात्री कहला…
डमरू एवं त्रीशूल धारी, बैल की जो करे सवारी । पाप हरने सार्थक त्रिसूल चलाए, माता महागौरी नाम से कहल…
त्रिशूल हाथ में तलवार साथ में, शीश छी न्न करे क्षण मात्र में। जो तीसरी आंख से पाप मिटाए, वे मां…
शक्ति स्वरूप की स्वयं अवतारी, विक्राल सिंह की करे सवारी । जो खड्ग निरंतर पाप मिटाए, वे कत्यानी म…
दो कमल जिनके हाथ में, चार सशस्त्र देवता साथ में। जो कार्तिकेय को गोद में बैठाए, वे स्वयं स्कंदमाता…
सिंह पर सवार जो, चक्र गदा का प्रहार हो । माता जो पूरा ब्रह्माण्ड बनाए, वे सदैव कूष्माण्डा कहलाए …
अध्रचंद का तिलक लगाए, बाघ को अपना वाहन बनाए । जो दस शस्त्रों से पाप मिटाए, वो माता चंद्रघंटा कहला…
कमंडल शीषोभीत हाथो में, रुद्राक्ष थामे जो मुस्काए । नग्न पैर सदैव ध्या…
कृति ऊर्जा का संचार हो, वो बैल नंदी पर सवार हो । कमल पकड़े माता त्रिसूल चलाए, हिमालय की ब…