आंखो से धूल हटी , कुछ बाते दिखने लगी हैं।

 पत्रकारों के दामन से पत्रकारिता मिटने लगी हैं।

एक जमाना था जो अखबार खरीदता था, 

अब तो जमाने में खबरे बिकने लगी हैं।।


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